हरियाणा और झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए राजनीतिक गतिविधियों में तेजी आई है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच हरियाणा में सीट बंटवारे पर बातचीत जारी है, वहीं झारखंड में कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के बीच गठबंधन को लेकर रणनीति बनाई जा रही है। इन सबके बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा भी सुर्खियों में है, जहां वह भारतीय समुदाय और विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख व्यक्तियों से मुलाकात करेंगे। यह यात्रा कांग्रेस के वैश्विक दृष्टिकोण और भारतीय राजनीति में उनकी भूमिका को नए सिरे से पेश करने का अवसर मानी जा रही है।
राहुल गांधी की अमेरिकी यात्रा:
राहुल गांधी का यह दौरा अमेरिकी धरती पर विपक्षी नेता के रूप में उनकी पहली यात्रा होगी। 8 से 10 सितंबर तक चलने वाली इस यात्रा के दौरान वह टेक्सास के डलास और वाशिंगटन डीसी में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। 8 सितंबर को वह डलास में टेक्सास विश्वविद्यालय में छात्रों, शिक्षाविदों और भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करेंगे। इसके बाद 9 और 10 सितंबर को वाशिंगटन डीसी में पत्रकारों, थिंक टैंक्स के प्रतिनिधियों, और भारतीय प्रवासी के साथ संवाद करेंगे।
इस यात्रा से पहले, मई 2023 में भी राहुल गांधी ने अमेरिका का दौरा किया था, जिसमें उन्होंने एनआरआई समुदाय, व्यापारिक नेताओं और मीडिया के प्रमुख लोगों से मुलाकात की थी। उस दौरान उन्होंने भारतीय लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, और समावेशी आर्थिक विकास पर अपने विचार साझा किए थे। इस बार की यात्रा भी कांग्रेस के विचारों और आगामी चुनावों की रणनीतियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेश करने के नजरिए से महत्वपूर्ण है।
झारखंड में गठबंधन वार्ता और सीट बंटवारा:
झारखंड में कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर चर्चा करने के लिए एक समन्वय समिति गठित करने की घोषणा की है। कांग्रेस महासचिव के दौरे के बाद इस समिति का गठन किया जाएगा, जो झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और अन्य सहयोगी दलों के साथ सीटों के बंटवारे पर बातचीत करेगी। 2019 के चुनावों में कांग्रेस ने JMM और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ मिलकर 81 सीटों में से 31 सीटों पर चुनाव लड़ा था। JMM ने 43 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जबकि RJD ने 7 सीटों पर अपनी दावेदारी पेश की थी।
इस बार कांग्रेस की योजना है कि गठबंधन के तहत सभी सहयोगी दलों के बीच सीटों का संतुलित बंटवारा हो, ताकि चुनावों में जीत की संभावनाओं को मजबूत किया जा सके। कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि सीटों का बंटवारा इस तरह से हो कि सभी दलों के लिए यह ‘विन-विन’ स्थिति बने और चुनाव में गठबंधन को फायदा हो।
हरियाणा में AAP-कांग्रेस गठबंधन पर संकट:
हरियाणा में अक्टूबर 5 को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन वार्ता पेचीदा मोड़ पर पहुंच चुकी है। AAP के राष्ट्रीय सचिव (संगठन) संदीप पाठक ने कहा है कि पार्टी सभी 90 सीटों पर पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ने के लिए तैयार है, अगर कांग्रेस के साथ सीटों का बंटवारा नहीं हो पाता। पाठक ने अपने बयान में कहा कि जो लोग AAP को हल्के में ले रहे हैं, उन्हें भविष्य में इसका पछतावा हो सकता है।
गठबंधन वार्ता में गतिरोध सीटों की संख्या के बजाय, उन विशेष सीटों को लेकर है जिन पर AAP दावेदारी कर रही है। कांग्रेस की ओर से पेश की गई सूची में उन सीटों का जिक्र नहीं था, जिन पर AAP की नजर है। खासतौर पर पेहोवा, कलायत और जींद जैसी सीटों को लेकर विवाद है। कांग्रेस के एक नेता ने संकेत दिया कि इस मामले में अंतिम निर्णय राहुल गांधी पर छोड़ दिया गया है, जो अमेरिकी दौरे के बाद इस पर विचार करेंगे।
अगर कांग्रेस और AAP के बीच समझौता नहीं हो पाता है, तो AAP 50 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की योजना बना रही है। पार्टी जल्द ही अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है।
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