झारखंड विधानसभा चुनाव 2024: इरफान अंसारी के विवादित बयान पर बवाल, बीजेपी-सीता सोरेन और अनुसूचित जनजाति आयोग आक्रामक
रांची
झारखंड विधानसभा चुनाव के नामांकन के बाद मंत्री इरफान अंसारी के विवादित बयान पर झारखंड की राजनीति में भूचाल आ गया है। अंसारी के बयान के खिलाफ बीजेपी, जेएमएम विधायक सीता सोरेन और अनुसूचित जनजाति आयोग सभी मोर्चा खोल चुके हैं। आरोप है कि इरफान अंसारी ने चुनाव प्रचार के दौरान मीडिया से बातचीत में सीता सोरेन को “रिजेक्टेड माल” कहा था, जिसे लेकर बीजेपी ने कड़ा रुख अपनाया है।
बीजेपी और सीता सोरेन का आक्रामक रुख
जेएमएम की विधायक और झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता दुर्गा सोरेन की बहू, सीता सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर वीडियो साझा करते हुए बताया कि कांग्रेस नेता इरफान अंसारी ने उनके बारे में अपमानजनक टिप्पणी की है। इस बयान को महिला अस्मिता और आदिवासी सम्मान का उल्लंघन बताते हुए बीजेपी ने इसे आदिवासी समुदाय का अपमान बताया और मंत्री अंसारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी अंसारी को पद से बर्खास्त करने की मांग की है। इस मुद्दे पर बीजेपी की ओर से बयान जारी करते हुए कहा गया कि अंसारी का बयान आदिवासी और महिला विरोधी है और इससे चुनावी माहौल में गलत संदेश जा रहा है।
टाउन थाना में मामला दर्ज
इस मामले में झारखंड के जामताड़ा जिले के टाउन थाना में इरफान अंसारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि यह बयान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और विरोधी उम्मीदवारों की भावना को आहत करने के इरादे से दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में उचित धाराओं के तहत कांड संख्या 208/24 के रूप में केस दर्ज कर लिया है।
अनुसूचित जनजाति आयोग और चुनाव आयोग की एंट्री
बीजेपी की इस शिकायत पर अनुसूचित जनजाति आयोग ने भी संज्ञान लिया है। आयोग ने झारखंड के मुख्य सचिव, डीजीपी, गृह सचिव, जामताड़ा एसपी और डीसी को पूरे मामले की जांच करने और तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है। इस कार्रवाई के चलते झारखंड में राजनीतिक माहौल गरमा गया है।
इस बीच कांग्रेस पार्टी ने भी निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाया है और इस मामले को बीजेपी की ओर से उनके उम्मीदवार के खिलाफ एक षड्यंत्र करार दिया है। कांग्रेस की ओर से निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा गया कि अंसारी के बयान को बीजेपी ने गलत ढंग से प्रस्तुत किया है।
अंसारी की प्रतिक्रिया
इस पूरे मामले पर इरफान अंसारी ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी सीता सोरेन के लिए “रिजेक्टेड माल” जैसा शब्द नहीं इस्तेमाल किया है। उनका कहना है कि बीजेपी उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है और इस मामले को महिला और आदिवासी मुद्दों से जोड़कर चुनावी लाभ उठाना चाहती है।
अंसारी के अनुसार, उनका इरादा किसी की भावना को आहत करना नहीं था। इस बयान के बाद भी बीजेपी और जेएमएम के बीच तनाव बना हुआ है, जिससे झारखंड की राजनीति में उथल-पुथल की स्थिति बनी हुई है।
इसे भी पढ़े: चिराग पासवान: लोजपा लड़ेगी झारखंड चुनाव
Click here to connect with us on Facebook