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अमित शाह की झारखंड परिवर्तन यात्रा

अमित शाह झारखंड में परिवर्तन यात्रा का शुभारंभ करते हुए

अमित शाह ने झारखंड में भाजपा की परिवर्तन यात्रा की शुरुआत की, 2024 चुनाव में पार्टी की बड़ी रणनीति

आज की राजनीति में, झारखंड का महत्व भाजपा के लिए बढ़ गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को साहिबगंज जिले से भाजपा की “परिवर्तन यात्रा” का शुभारंभ किया। इस यात्रा का उद्देश्य झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार की कथित विफलताओं को उजागर करना और विधानसभा चुनावों के लिए माहौल बनाना है।

अमित शाह का संबोधन और यात्रा की शुरुआत

अमित शाह ने साहिबगंज के भोगनादीह से अपने दौरे की शुरुआत की, जो संथाल विद्रोह के नायक सिदो और कान्हू का जन्मस्थान है। इसके बाद उन्होंने पुलिस लाइन मैदान में एक बड़ी सभा को संबोधित किया और यात्रा को हरी झंडी दिखाई। शाह ने गिरिडीह के झारखंड धाम में भी एक सार्वजनिक सभा को संबोधित किया और धनबाद संभाग में यात्रा का शुभारंभ किया।

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परिवर्तन यात्रा का उद्देश्य

भाजपा ने झारखंड के सभी 24 जिलों के 81 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करने के लिए छह “परिवर्तन यात्राओं” की योजना बनाई है। यह यात्राएं राज्य की जनता के बीच झामुमो सरकार की कथित नाकामियों को सामने लाने और आगामी चुनावों में भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने के लिए की जा रही हैं। ये यात्राएं 5,400 किलोमीटर की दूरी तय करेंगी और 3 अक्टूबर तक चलेंगी।

झारखंड में अमित शाह भाजपा की परिवर्तन यात्रा को संबोधित करते हुए।

आदिवासी वोट बैंक पर भाजपा की नजर

भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती राज्य के आदिवासी वोट बैंक को फिर से अपने पक्ष में करना है। पिछली लोकसभा चुनावों में भाजपा और उसकी सहयोगी AJSU ने 14 में से 9 सीटें जीती थीं, लेकिन एसटी आरक्षित क्षेत्रों में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। संथाल परगना जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्रों में भाजपा की पकड़ कमजोर हो रही है, जिसे यह यात्रा मजबूत करने का प्रयास करेगी।

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प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह की रणनीति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में झारखंड में रैली के दौरान झामुमो सरकार पर अवैध घुसपैठ का आरोप लगाया और कहा कि संथाल परगना और कोल्हान क्षेत्र की जनसांख्यिकी में बदलाव हो रहा है। अमित शाह के भाषणों में भी इसी तरह के मुद्दों को उठाने की संभावना है।

हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया और चुनावी रणनीति

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा के इस आक्रमण पर प्रतिक्रिया दी और जनता को सतर्क रहने का आह्वान किया। उन्होंने भाजपा को बाहरी पार्टी करार दिया और आरोप लगाया कि वे राज्य में जाति और धर्म के नाम पर तनाव फैला रहे हैं।

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