बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरक्षण संबंधी बयान को लेकर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने राहुल गांधी पर आरक्षण को लेकर भ्रामक और झूठे बयान देने का आरोप लगाया। मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने अपने 10 साल के शासन के दौरान अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के प्रमोशन में आरक्षण को सही ढंग से लागू नहीं किया, और ना ही उस बिल को पास होने दिया जो प्रमोशन में आरक्षण के लिए लाया गया था।
कांग्रेस के कार्यकाल पर मायावती का आरोप
मायावती ने राहुल गांधी के बयान को खारिज करते हुए कहा, “राहुल गांधी का यह कहना कि वह आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं, पूरी तरह से झूठ और भ्रामक है। जब कांग्रेस सत्ता में थी, उन्होंने SP (समाजवादी पार्टी) के साथ मिलकर प्रमोशन में SC/ST आरक्षण बिल को पास नहीं होने दिया।” उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि राहुल गांधी की पार्टी ने न OBC आरक्षण को सही तरीके से लागू किया और न ही SC/ST आरक्षण को।
आरक्षण पर कांग्रेस की नीयत पर सवाल
मायावती ने कांग्रेस की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में नहीं होती, तो वह SC, ST और OBC (अन्य पिछड़ा वर्ग) के कल्याण के बारे में बड़े-बड़े दावे करती है। लेकिन सत्ता में आते ही कांग्रेस इन वर्गों के हितों के खिलाफ काम करती है। उन्होंने कहा, “यह साफ दिखता है कि कांग्रेस जब सत्ता से बाहर होती है, तब वह इन ‘उपेक्षित’ वर्गों के बारे में बात करती है, लेकिन जब वह सत्ता में आती है, तो इन वर्गों के खिलाफ काम करती है।”
राहुल गांधी के बयान पर मायावती का जवाब
राहुल गांधी ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि वह आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन मायावती ने इसे झूठा और भ्रामक बताते हुए कहा कि जब राहुल गांधी सत्ता में थे, तब उन्होंने प्रमोशन में SC/ST आरक्षण बिल को पास नहीं होने दिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, “कांग्रेस के दावे कि वे देश में आरक्षण की सीमा को 50% से बढ़ाने वाले हैं, एक धोखा है। अगर उनकी नीयत साफ होती, तो यह काम कांग्रेस की पिछली सरकारों के दौरान हो चुका होता।”
कांग्रेस की कथनी और करनी में फर्क
मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा, “कांग्रेस की कथनी और करनी में बड़ा फर्क है। सत्ता में रहते हुए वे SC/ST और OBC वर्गों के खिलाफ काम करते हैं, और सत्ता से बाहर होने पर इन्हीं वर्गों के हित की बात करते हैं। लोग इस साजिश से सतर्क रहें।”
BSP का तटस्थ रुख
गौरतलब है कि मायावती की BSP वर्तमान में न तो बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का हिस्सा है और न ही विपक्षी INDIA गठबंधन का हिस्सा, जिसमें कांग्रेस और समाजवादी पार्टी अहम भूमिका निभा रहे हैं।
राहुल गांधी पर हमले का राजनीतिक महत्व
मायावती का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब विपक्षी गठबंधन INDIA और बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA के बीच राजनीतिक माहौल गर्म है। ऐसे में BSP प्रमुख मायावती का राहुल गांधी और कांग्रेस पर यह हमला, आगामी लोकसभा चुनावों से पहले एक महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम माना जा सकता है।
मायावती के इस आरोप के बाद कांग्रेस और राहुल गांधी की आरक्षण नीति पर सवाल खड़े हो गए हैं। मायावती ने स्पष्ट रूप से यह आरोप लगाया है कि कांग्रेस केवल वोट पाने के लिए SC, ST और OBC वर्गों के हितों की बात करती है, लेकिन सत्ता में आते ही उनके खिलाफ काम करती है। यह मुद्दा आने वाले चुनावों में कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है, क्योंकि राहुल गांधी की छवि को इससे बड़ा धक्का लग सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस इस आरोप पर क्या प्रतिक्रिया देती है और किस प्रकार से इसे संभालती है।
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