रांची (झारखंड): भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के महासचिव डी राजा ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले अन्य दलों के नेताओं को तोड़ने और ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। डी राजा झारखंड पहुंचे, जहां उन्होंने आगामी चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा की।
भाजपा पर नेताओं को तोड़ने का आरोप:
डी राजा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “भाजपा और उसके सहयोगी झारखंड में सत्तारूढ़ दलों को कमजोर करने के लिए उनके नेताओं को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। यह केवल झारखंड में ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों में भी हो रहा है।”
ध्रुवीकरण का प्रयास:
राजा ने कहा कि भाजपा झारखंड में विशेष रूप से संथाल परगना में घुसपैठ के मुद्दे को उठाकर लोगों के बीच भ्रम और संघर्ष पैदा करने की कोशिश कर रही है। “अगर केंद्र सरकार घुसपैठ के मुद्दे पर गंभीर है, तो केंद्रीय गृह मंत्री को देश के सामने स्पष्टता लानी चाहिए,” राजा ने कहा।
आने वाले चुनावों में भाजपा की हार का दावा:
राजा ने कहा कि आने वाले झारखंड विधानसभा चुनावों के अलावा, भाजपा को जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और महाराष्ट्र में भी हार का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने खासकर हरियाणा में जंतर-मंतर पर पहलवानों के विरोध के दौरान पुलिस की कार्रवाई को “शर्मनाक” बताया और कहा कि इससे लोगों में गुस्सा है।
वामपंथी दलों की एकजुटता:
राजा ने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) सभी धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक दलों को एकजुट करने की कोशिश करेगी, जो इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA) के तहत भाजपा और दक्षिणपंथी ताकतों को चुनौती देने के लिए तैयार हैं।
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