डलास (अमेरिका): कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका के डलास में छात्रों से बातचीत के दौरान विपक्ष को “लोगों की आवाज़” बताया। उन्होंने कहा कि विपक्ष का मुख्य काम लोगों की समस्याओं को समझकर और संवेदनशीलता के साथ उठाना होता है। राहुल गांधी, जो लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं, चार दिवसीय अमेरिका दौरे पर हैं और यहां भारतीय-अमेरिकी समुदाय के साथ-साथ छात्रों और युवाओं से मिल रहे हैं।
विपक्ष की भूमिका
राहुल गांधी ने छात्रों से बातचीत करते हुए कहा, “विपक्ष का दिल लोगों की आवाज़ है। हमारा काम है उनकी समस्याओं को समझना और उन्हें संवेदनशीलता से उठाना। हम किसानों, उद्योगों और समाज के विभिन्न समूहों की समस्याओं को सुनते हैं और फिर उनकी आवाज़ संसद में उठाते हैं।” उन्होंने बताया कि विपक्ष का काम केवल आलोचना करना नहीं, बल्कि लोगों की समस्याओं को सही तरीके से समझकर हल निकालने के प्रयास करना है।
संसद को बताया विचारों का युद्ध
राहुल गांधी ने भारतीय संसद को एक “विचारों और शब्दों का युद्ध” कहा। उन्होंने कहा, “संसद में जाना एक प्रकार का युद्ध है, लेकिन यह एक सुखद युद्ध होता है। विचारों और शब्दों का टकराव होता है, जिसमें कभी-कभी मज़ा आता है और कभी-कभी यह कठिन भी हो सकता है।” उन्होंने बताया कि राजनीति में नया आने वाले व्यक्ति एक समस्या को सीधे तौर पर देखता है, लेकिन जब आप गहराई से देखते हैं तो आपको समझ में आता है कि इसमें बहुत सी जटिलताएँ और सूक्ष्मता होती हैं।

अमेरिका दौरे पर राहुल गांधी
राहुल गांधी शनिवार को डलास पहुंचे, जहाँ उनका स्वागत भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सदस्यों ने किया। इस दौरे के दौरान वह वाशिंगटन डीसी में भी कई युवाओं, भारतीय प्रवासियों, अमेरिकी अधिकारियों और सांसदों से मुलाकात करेंगे। भारतीय राष्ट्रीय प्रवासी कांग्रेस के अध्यक्ष मोहिंदर गिल्जियन और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा उनके साथ इस दौरे में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं।
इस दौरे का उद्देश्य भारतीय-अमेरिकी समुदाय के साथ संबंध मजबूत करना और भारतीय राजनीतिक परिदृश्य पर विचार-विमर्श करना है। वाशिंगटन डीसी में राहुल गांधी कई वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों और सांसदों से भी मुलाकात करेंगे, जो भारत-अमेरिका संबंधों पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
इसे भी पढ़े: राहुल गांधी की US यात्रा और गठबंधन
Click here to connect with us on Facebook